हिंदी में सीखने योग्य कठिनतम शब्द

क्लिष्ट =जटिल = ‘कठिन’।

अट्टालिका = किसी उंच्ची इमारत का ऊपरी कक्ष या हिस्सा

जिजीविषा =  जीवित रहने की इच्छा।

तारतम्य = किसी घटना या क्रम की आवृत्ति।

अक्षुण्ण = जिसके टुकड़े करना संभव ना हो।

कृतघ्न=उपकार ना मानने वाला।

निर्वाण का अर्थ – मुक्ति, मोक्ष या मृत्यु

निर्माण का अर्थ – बनना

बाग़ का अर्थ – बगीचा

आचार का अर्थ – व्यवहार या आचरण

अम्बर = वस्त्र, आकाश

अन्तर = फर्क, दूरी, भेद

चक्र = एक अस्त्र, षड्यंत्र, पहिया

जलधर = बादल, सागर

पूत = पवित्र, पुत्र

सूत = सारथी, धागा

अभिराम = मनोहर

मंदर = पर्वत

युगल = दो का जोड़ा

व्यजन = पंखा  

सम्प्रति = अब

स्मित = मुस्कान

द्विप = हाथी

परिषद् = सभा

चरम = अंतिम सीमा

भित्ति = दीवार

व्याधि = बीमारी

स्वेद = पसीना  

द्वीप = टापू

प्राकार = चारदीवारी

कंगाल का अर्थ – जिस पर बिल्कुल धन न हो

तरणि का अर्थ – नौका

अनिष्ट का अर्थ – नुक़सान

अवधि का अर्थ – काल

आभास का अर्थ – अनुभूति

दैव का अर्थ – भाग्य

अश्लील = गंदा

अनायास= बिना मेहनत के

अभियान= उद्देश्यपूर्ण यात्रा

अस्थि= हड्डी

अनुचित= बुरा

रिक्त= खाली

विख्यात= मशहूर

शिखर= पहाड़ की चोटी

संशोधन= सुधार

सुरभित = सुगंधित

सिद्ध= प्रमाणित

वसुधा = धरती

वसन= कपड़ा

वरुण = जल के देवता

प्रभाकर= सूर्य

संगणक = कंप्‍यूटर

नश्वारता = नाशवान

यत्किंचित = थोड़ा बहुत

प्रगल्भ =चतुर, हाेशियार

क्षीणवपु - कमजोर

आरूझाई- उलझाना

पाषाण कोर्त्तक= पत्थर की मूर्ति बनाने वाला

निर्निमेष =अपलक देखना

चरायंध = दुर्गंध

सांसोच्छेदन =सांसों को समाप्त करना

श्लाघ्य = प्रशंसनीय

स्वैराचार = स्वेच्छाचार  

सुमुत्सुक = उत्साहित

वात्याचक्र = भंवर

हस्तामलकवत्=हथेली पर रखे आंवले के समान

भक्ष्याभक्ष = खादय, अखादय

विस्थापन=लोगों को अपने घरों एवं जमीनों से हटाना।

गाद = नदियों द्वारा वहन किये जाने वाले मिट्टी, रेत, धूल एवं पत्थर।

स्वैच्छिक संस्था = एक संस्था जो सरकार से स्वतंत्र हो।

इन शब्दों के अर्थ आप कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए-


हिंदी में  कुल 80-100 शब्द ही ऐसे हैं जो थोड़े कठिन हैं किन्तु लेखन में बार-बार प्रयोग होने के कारण उनकी संख्या अधिक लगती है. अतः इन्हें एक बार देख लिया जाना चाहिए. ये शब्द  CSAT और उत्तर-लेखन दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं.

 

संवाहक

निर्वाह

संवर्ग

व्यापक 

त्वरित 

मानदेय

अंकक्षेण

प्रावधान

प्रायोजन

आवास

निस्तारण

निवारण

अवसंरचना

संसाधन 

वृष्टि

भागीदारी

अवगत

सुमेलित

आंकडा

प्रविष्ट

पारदर्शिता  

जबाबदेही

ज्ञापन

समन्वय

विपणन

वितरण

दोहन

सहभागी

सर्वांगीण

परिकल्पना  

पंजीकरण

निष्पादित

विमर्श

उजागार

अखण्डता 

चुनिंदा

निगरानी

सार्थक

समेकित 

मुद्रित

सम्बल

अभिनव

निर्वहन

पाबंद

उन्नयन

वाकिफ

स्वेच्छा

सहभागिता

समागम

प्रखण्ड

प्रचुर 

पर्याप्त 

बहुतायत

वजह

तमाम 

उपयुक्त 

संस्करण

प्रकोप

श्राव

वनस्पतिक

दूषित

पद्धति

समुदाय

जनकेन्द्रित 

संचयन 

आपूर्ति 

अभियान

सहयोजित

आधारभूत

हितग्राहियों 

संप्रषेण

बीड़ा 

घनिष्ठ

संक्रामक

इतिश्री 

अवरूद्ध 

भूमिगत 

उपागम 

विविरणात्मक

स्वावलम्बी 

भयावह

विसर्जित

सघन

वरीयता 

बहाली 

त्वरित 

परवान

अहमियत

निजात 

समीक्षा

आगाह

फीसदी

पुख्ता 

प्रजातिया

श्रमजीवी


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