नोटबन्दी
दोस्तों नोटबंदी पे कुछ टूटा -फूटा लिखने की कोशिश है ,पसंद आये तो जरूर बताएं......
नोटबंदी का किया तमाशा,जनता को फ़ुसलाने को ।
जंग और माल्या वाला, मामला भी था दबाने को ।।
आठ तारीख को किया घोषणा , जनता अब है नही सोचना ।
नोट जमा अब करो बैंक में, काम करो अब कैश व चेक में ।।
दे दो पचास दिनों की मोहलत ,दूर करो सब अपनी गफ़लत।।।
जो एक जनवरी को देश में राम राज्य न आयेगा ,
मोदी चलकर के खुद चौराहे पर आ जायेगा ।
मार मार कर जूता मुझको ,चौराहे पर लिटा देना ,
गर न मिटी गरीबी सबकी , फाँसी मुझे चढ़ा देना ।।
ऐसा वादा गये वो करके, जनता को फ़ुसलाने को ।
जंग और माल्या वाला मामला भी था दबाने को ।।
पंडित दादा ,पिन्टू चाचा सब ही लग गए लाइन में ,
पैसे वाले मौज कर रहे बरफ मिलाकर वाइन में ।।
पीछे से बदलाया पैसा,था जिनके पास करोड़ो में ।
कितने मर गए बिना इलाज के, फंसा था पैसा रोड़ो में ।।
ग्रोथरेट अब धीमी पड़ गई, मूडीज ने भी गरियाया ।
सैकड़ों आदमी भूखों मर गए ,अखबारों ने बतलाया ।।
अभी तुम्हारे हाथ में है सब, कभी हम क्या कर पाएंगे ।
कितने ज्यादा काबिल हो तुम,2019 में बतलायेंगे।।। विष्णु 'वैश्विक'....
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